मेरे ख्वाबों में तुम्हारी शिरकत आज भी उसी तरह रक़्स करती है जैसे खुशबू और हवा जहाँ जाएँ हमेशा साथ चलती हैं और मैं नींद में भी मुस्कुरा देता हूँ ख्वाबों को बिखरने नहीं देता तुम्हारे नाम के मौसम को नयी उम्र देता हूँ 2009
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